सिवान की राजनीति में आएगा नया मोड़, या फिर अपने पिता मो. शहाबुद्दीन के भांति ही ओसामा देंगे आरजेडी का साथ ?
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मरहूम मो.शहाबुद्दीन के निधन के बाद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा का सिवान की राजनीति में एक प्रभावशाली चेहरा निकल कर सामने आ रहा है. प्रशंसक यह दावा कर रहे हैं कि ओसामा भी मो. शहाबुद्दीन के भांति ही या उनसे कहीं ज्यादा ही प्रभावशाली नेता साबित होंगे. यह सत्य भी है क्योंकि मरहूम मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन के बाद से ही अलग-अलग पार्टियों के नेताओं के आवागमन का दौर जारी है. ओसामा को खुश करने के लगातार प्रयास हो रहे हैं. गौरतलब है कि मो. शहाबुद्दीन के निधन के बाद जनाजे में शामिल न होने को लेकर शहाबुद्दीन समर्थक आरजेडी से काफी नाराज थे. जिसके मद्देनजर 12 दिनों बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा से मिलने सिवान आए. कयास लगाए जा रहे थे कि तेज प्रताप यादव के मिलने के बाद शहाबुद्दीन समर्थकों का गुस्सा शांत हो जाएगा लेकिन ऐसा कुछ होते दिखाई नहीं पड़ रहा. अभी भी शहाबुद्दीन समर्थक नाराज़ चल रहे हैं. न्यूज़ अर्पण 7 ने अपने कम्युनिटी पोस्ट के माध्यम से दर्शकों से एक सवाल पूछा था कि क्या तेज प्रताप यादव के सिवान दौरे से शहाबुद्दीन समर्थकों की नाराजगी खत्म हो गई? हां या ना ? इसमें एक दिन में कुल 1.6 K लोगों ने वोट किया, जिसमें 39% लोगों ने हां कहा जबकि 61% लोगों का कहना था नहीं.
ऐसे में आप सोच सकते हैं कि क्या शहाबुद्दीन समर्थकों का नाराजगी आरजेडी के खिलाफ खत्म हुआ है या नहीं? हम आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव ओसामा शहाब से मिलने जब सिवान आए हुए थे मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. उन्होंने मीडिया के अनेक प्रश्नों का जवाब नहीं दिया और बंद कमरे में ओसामा से मुलाकात की. बहरहाल अब इंतजार है हिना शहाब का, कि वो अपनी इद्दत रस्म के बाद क्या कुछ कहती हैं? सिवान की राजनीति में क्या कुछ नया मोड़ आता है ? ओसामा अपनी खुद की पार्टी बनाते हैं या फिर अपने पिता मो. शहाबुद्दीन की तरह ही आरजेडी का साथ देते हैं. इस पर आपका क्या कहना है कमेंट करके जरूर बताएं !
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