सरारी के हिंदू परिवार ने किया पीर साहब के मज़ार पर चादरपोशी
गोरियाकोठी/सिवान : प्रखंड क्षेत्र के सरारी गांव के पांचों पीर साहब का मज़ार तो सदियो से हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है, लेकिन आज अजमेर से मंगवाए हुए चादर से पाँचो पीर साहब को चादरपोशी कर सरारी के हिन्दू परिवार द्वारा फिर से इस हिन्दू-मुस्लिम एकता का मिसाल पेश किया गया । सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सुरेश श्रीवास्तव जी के द्वारा चादरपोशी का कार्य विगत 12 वर्षो से किया जाता है । जिसमें सरारी और आस-पास के सभी हिन्दू-मुस्लिम बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं । चादरपोशी के बाद सरारी और आस-पास से आये हुए सभी लोगों को प्रसाद के रूप में भोजन का भी प्रबंध सुरेश श्रीवास्तव जी द्वारा प्रत्येक वर्ष किया जाता है जो भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं । चादरपोशी के दिन पूरे गांव में खुशी का माहौल बना रहता है । सभी लोग ढोल ताशे के साथ इस कार्यकर्म में शामिल होते हैं । ऐसा ही माहौल एक बार फिर देखने को मिला जहां लोगों द्वारा हिंदू मुस्लिम एकता स्वरूप पीर बाबा के मजार पर चादरपोशी कर मिसाल पेश किया गया। लोगों में इस दौरान काफी आस्था देखी गई ।
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