बटन मशरूम की खेती के लिए किसानों को किया गया जागरूक
बड़हरिया (सिवान) : बड़हरिया प्रखण्ड में आत्मा सिवान के सौजन्य से प्रभारी प्रखंड तकनीकी प्रबन्धक सतीश सिंह, सहायक तकनीकी प्रबन्धक रविशंकर सिन्हा एवं दीपशिखा द्वारा गठित कृषक हित समूह के किसानों को बटन मशरूम की खेती के लिए जागरूक किया गया । इसके लिए प्रभारी तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह की उपस्थिति में प्रखंड के सदरपुर कृषक हित समूह के सदस्य कृष्णा शर्मा एवं उन्नति मशरूम केन्द्र गांव चन्द्रमनहाता पंचायत औराई के अध्यक्ष वृजकिशोर शर्मा को नरवन छपरा से तैयार बटन मशरूम खाद लाकर 100 -100 बैग खाद मुहैया कराया गया । उन्होंने बताया कि खाद के प्रति थैलों की कीमत ₹140 है जिसके लिए एक माह पहले ही बुकिंग कर दी गई थी । खाद उपलब्ध हो जाने पर कृषि अधिकारियों द्वारा इसके खेती की प्रक्रिया बताई गई ।
बटन मशरूम की खेती की प्रक्रिया :
प्रति खाद बैग में ऊपर से 20 मशरूम बीज डालकर मिलाकर बैग में 6 छेद करके बैग के मुख को ढंक कर अंधेरे कमरे में रख देते हैं । उसके बाद जब सफेद सफेद माइसिलियम दिखने लगे तो उसके ऊपर से 2 इंच केसिंग की परत चढाई जाती है । किसिंग बनाने के लिए कोकोपीट और 3 साल पुराना सड़ा गोबर की खाद लेकर आपस मे मिलाकर तैयार की जाती है । केसिंग के बाद हमारा बटन मशरूम का बैग बनकर तैयार हो जाता है । जिसमें एक माह बाद बटन मशरूम निकलने लगता है ।
कृषि अधिकारियों के बताए अनुसार सहकारिता कृषक हित समूह गांव कनहर पंचायत भलुआड़ा के अध्यक्ष अमर कुमार द्वारा पिछले सत्र से खाद तैयार करके बटन मशरूम की खेती की जा रही है । सतीश सिंह ने बताया कि आने वाले समय में बड़हरिया में भी हर मौसम में सभी प्रकार की मशरूम मिलेगी । जिससे किसानों को बाहर से मशरूम नहीं मंगाना पड़ेगा । साथ में समूह के किसानों की आय भी दुगनी होगी । जो बिना भूमि की खेती है ।
कृषि हित समूह के किसानों ने की कृषि अधिकारी सतीश सिंह की तारीफ
कृषि हित समूह के किसानों ने बताया कि जब से प्रभारी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह द्वारा हम लोगों का समूह बनाया गया है । तब से हम लोगों को खेती संबंधित हर नयी तकनीकों की जानकारी एवं सहयोग मिलता रहता है । कृषि योजनाओं की जानकारी एवं लाभ होम डिलीवरी सबसे पहले मिलता है । साथ में हम लोगों को प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण भी कराया गया है । जिससे हम लोग हर कार्य आसानी से कर लेते हैं ।
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